एक अपराधी पति और उसकी थकी हुई पत्नी एक सुनसान ट्रेलर में छिपे रहते हैं, जहां बाहर की दुनिया से कटे रहने का संघर्ष धीरे-धीरे उनके रिश्ते की सीमाओं को उजागर करता है। पति के नियंत्रक रवैए और पत्नी की बढ़ती असहमति के बीच उसे आखिरकार छोड़ने का निर्णय लेना पड़ता है, एक फैसला जो न सिर्फ उसकी आज़ादी बल्कि दोनों की ज़िंदगी की दिशा बदल देगा।孤
तभी एक और जोड़ा उसी ट्रेलर पर आ पहुंचता है, और उनकी मौजूदगी से किसी पुरानी चोट पर नमक छिड़कने जैसा असर होता है। धीरे-धीरे रिश्तों में दरारें और छुपे हुए इरादे खून-खराबे और खतरनाक परिणामों की ओर ले जाते हैं, जहां हर कोई अपनी बचावट के लिए सीमा तक जाने को तैयार दिखता है।