एक चतुर और आज़ाद-ख़याल महिला सर्फ़र को शार्क-प्रेमी सीरियल किलर अपहृत कर उसकी नाव पर कैद कर लेता है, जहाँ हवा, लहरें और काला पानी उसकी ही अदालत बन जाते हैं। हत्यारा नीचे तैरती शार्कों को अनुष्ठानिक रूप से खिलाने की योजना बना चुका है, और समय हर पल कम होता जा रहा है — उसे बचने के लिए न सिर्फ अपनी शारीरिक ताकत बल्कि तेज दिमाग और साहस की भी जरूरत है।
फिल्म में समुद्र का खूबसूरत परन्तु खतनाक सन्नाटा, कैद का मानसिक तनाव और शिकारी बनाम शिकार का खेल घेर कर रख देता है। एक रोमांचक और गहन बिलकुला के रूप में यह कहानी न केवल जीवन की लड़ाई दिखाती है बल्कि इंसान और प्रकृति के बीच सूक्ष्म सीमा-रेखाओं को भी उजागर करती है, जहां एक गलत कदम ही सब कुछ बदल सकता है।