
40 वर्षीय कुँवारा
एक ऐसी दुनिया में जहां हर कोई रिश्तों और निकटता की दौड़ में शामिल है, एंडी स्टिट्ज़र 40 साल की उम्र में भी एक अलग ही मिसाल बने हुए हैं। उनके सहकर्मी उनकी कुंवारीपन की स्थिति को बदलने के लिए एक अजीबोगरीब मिशन पर निकल पड़ते हैं, जिसके चलते एंडी को डेटिंग और रिश्तों की उलझन भरी दुनिया में कदम रखना पड़ता है। यह सफर उनके लिए बिल्कुल नया और अजीब है, मानो कोई बच्चा पहली बार रोलर स्केट्स पर चलने की कोशिश कर रहा हो। लेकिन इस भ्रमभरी स्थिति में भी, ट्रिश नाम की एक प्यारी सिंगल माँ उनकी जिंदगी में आती है, जो शायद एंडी के दिल तक पहुँचने की चाबी बन सकती है।
यह फिल्म सिर्फ एक आदमी के कुंवारेपन से मुक्ति पाने की कोशिश की कहानी नहीं है, बल्कि यह खुद को पहचानने, दोस्ती और जिंदगी के अनपेक्षित मोड़ों की एक गर्मजोशी भरी दास्तान है। एंडी के साथ इस हास्यपूर्ण सफर में शामिल हों, जहां मंज़िल शायद वह न हो जिसकी आपने कल्पना की हो, लेकिन यह सफर आपको हँसाता, झिझकाता और कभी-कभी आँखें नम भी कर देता है। यह एक ऐसी अप्रत्याशित यात्रा है जो आपसे यह सवाल पूछने पर मजबूर कर देगी कि सेक्स और रिश्तों के प्रति समाज के जुनून के बीच "कुंवारा" होने का असली मतलब क्या है।