
The Tragedy of Macbeth
शेक्सपियर के क्लासिक नाटक पर आधारित यह अंधेरी और मन को झकझोर देने वाली फिल्म एक ऐसे व्यक्ति की मानसिक यात्रा को दर्शाती है, जो महत्वाकांक्षा से प्रेरित होकर अपने ही कर्मों के परिणामों से घिर जाता है। डेंजल वाशिंगटन ने मैकबेथ की भूमिका में एक ऐसा शक्तिशाली अभिनय किया है जो दर्शकों के रोंगटे खड़े कर देगा। उनकी आत्मा की पीड़ा और अंदर की जंग इस कहानी को और भी गहरा बना देती है।
फ्रांसेस मैकडोरमैंड द्वारा निभाई गई लेडी मैकबेथ की भूमिका इस फिल्म को एक नया आयाम देती है। वह घटनाओं को डरावनी सटीकता से नियंत्रित करती है, जबकि मैकबेथ खुद को पागलपन और अपराधबोध की एक ऐसी गहरी खाई में पाता है जिससे निकलना नामुमकिन लगता है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी और संगीत एक ऐसा माहौल बनाते हैं जो दर्शकों के दिमाग में लंबे समय तक छाया रहता है। यह शक्ति, विश्वासघात और अलौकिक ताकतों का एक ऐसा मिलन है जो अंधेरे और निराशा की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली दुनिया में ले जाता है। यह फिल्म एक ऐसा अनुभव है जो आपको हांफने पर मजबूर कर देगा और महत्वाकांक्षा की कीमत पर सोचने को विवश कर देगा।