
Dragged Across Concrete
एक कठोर और निर्दय शहरी दुनिया में, यह फिल्म आपको एक ऐसी टेढ़ी यात्रा पर ले जाती है जहां सही और गलत के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है। दो अनुभवी पुलिसकर्मी, जिन्हें एक ऐसी व्यवस्था ने हाशिए पर धकेल दिया है जो उनके साथ खड़ी होने के बजाय पीठ फेर चुकी है, वे अपनी हताशा के कगार पर खड़े हैं। जब वे बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया की खतरनाक गलियों में उतरते हैं, तो उन्हें एहसास होता है कि अंधेरे में छिपे राज उनकी कल्पना से भी ज्यादा भयानक हैं।
धीरे-धीरे बढ़ती तीव्रता के साथ, यह फिल्म नैतिकता, वफादारी और न्याय की जटिलताओं को गहराई से खंगालती है। कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, आप खुद से सही और गलत के बारे में सवाल करने लगेंगे, क्योंकि पात्रों को अपने फैसलों की कड़वी सच्चाई का सामना करना पड़ता है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो आपको बेचैन कर देगा और आप और ज्यादा देखने के लिए लालायित हो उठेंगे।