बिग-रिग आइस रोड ड्राइवर माइक मैककैन अपने देहांत भाई की राख माउंट एवरेस्ट पर बिखेरने नेपाल जाता है, जहाँ उसका दर्द और जिम्मेदारी हिमालय की खतरनाक चढ़ाइयों के साथ टकराती है। एक पैक्ड टूर बस में, 12,000 फुट की ऊँचाई पर लोकल मार्ग 'रोड टू द स्काई' पर वह एक ऐसे सफर पर निकल पड़ता है जो व्यक्तिगत शोक को साहस और आत्म-खोज में बदल देता है।
रास्ते में माइक और उसके पर्वत गाइड का सामना एक भयावह समूह की तरह के भाड़े के सैनिकों से होता है, और बस में बैठे निर्दोष यात्रियों तथा स्थानीय गाँवों की आत्मसम्मान और जमीन दोनों दांव पर लग जाते हैं। संघर्ष और उत्तरजीविता की यह कहानी तेज एक्शन, भावनात्मक तनाव और पर्वतीय परिदृश्य की खूबसूरती के बीच संतुलन बनाती है, जहाँ माइक को न केवल दूसरों को बचाना है बल्कि अपने भीतर की हिम्मत को भी परखना है।