रोज और उसकी बेटी सोफिया स्पेन के समुद्रतटीय शहर अल्मेरिया की ओर रवाना होती हैं ताकि शमानी चिकित्सक डॉ. गोमेज़ से परामर्श कर सकें, जिनके पास शायद रोज़ की रहस्यमयी बीमारी का इलाज हो। बीमारी ने रोज़ को शारीरिक और भावनात्मक रूप से झकझोर रखा है और यह यात्रा दोनों के बीच लंबे समय से दबे हुए तनावों, आशाओं और भय को सतह पर ला देती है। अल्मेरिया का सूनापन, समुद्र की ठंडी हवा और डॉ. गोमेज़ की अनोखी मौजूदगी कहानी को एक रहस्यमयी और संवेदनशील माहौल देती है।
फिल्म माँ-बेटी के रिश्ते की महीन पड़ताल करती है—देखने, समझने और अलग होने की जद्दोजहद में भरोसा और नियंत्रण के सवाल उभरते हैं। निर्देशक की सूक्ष्म दृष्टि, दृश्यों की नीरस सुंदरता और अभिनय की तीव्रता इस यात्रा को न केवल बीमारी के इलाज की खोज बल्कि पहचान, स्वायत्तता और साथ जीने की पीड़ा और सशक्तता की कहानी बना देती है।