एक धनी उद्योगपति का बेटा, जो सालों बाद घर लौटता है, अपने साथ एक ऐसी आग लेकर आता है जिसे बुझाना मुश्किल है। उसकी आँखों में बदले की ज्वाल है और वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है। यह कहानी सिर्फ बदले की नहीं, बल्कि परिवार की मर्यादा और विरासत को बचाने की जंग है। हर मोड़ पर एक नया मोड़, हर पल एक नया झटका - यह फिल्म दर्शकों को अपनी गिरफ्त में ले लेती है।
यह फिल्म उस अंधेरे को छूती है जो हर इंसान के भीतर छुपा होता है। एक बेटा अपने पिता के साम्राज्य की रक्षा के लिए कितनी हिंसा और जंगलीपन को अपना सकता है, यह देखना दिलचस्प और डरावना दोनों है। एक्शन से भरपूर दृश्य और अप्रत्याशित मोड़ों के साथ, यह फिल्म आखिरी पल तक आपको बांधे रखेगी। क्या आप तैयार हैं उस जानवर को देखने के लिए जो इंसान के भीतर छुपा होता है?