एक अनोखी यात्रा पर निकलिए, जहां अप्रत्याशित मोड़ और दिल को छू लेने वाले खोज आपका इंतज़ार कर रहे हैं। लिया, एक पूर्व शिक्षिका, जिसके दिल में एक गहरी तड़प है, अपनी अलग-थलग पड़ी ट्रांसजेंडर भतीजी तेकला को ढूंढने निकल पड़ती है। उसके साथ होती है जोशीली अची, और यह जोड़ी इस्तांबुल की भीड़भाड़ वाली सड़कों पर उतरती है, एक ऐसा शहर जो रहस्यों से भरा हुआ है और जिसके राज़ एक-एक करके खुलने को बेताब हैं।
लिया और अची तुर्की की गलियों और रंगीन बाज़ारों में भटकते हुए न सिर्फ तेकला को ढूंढने की कोशिश करती हैं, बल्कि खुद को समझने और पहचानने की एक नई राह पर भी निकल पड़ती हैं। यह फिल्म परिवार, पहचान और बदलाव को अपनाने की हिम्मत जैसे विषयों को एक साथ बुनती है, एक ऐसी दुनिया में जहां अनिश्चितताएं हर कदम पर मौजूद हैं। लिया और अची की इस जादुई यात्रा में शामिल हों, जहां हर मोड़ पर उनकी जुड़ी हुई नियति का एक नया अध्याय खुलता है। यह सिर्फ भौतिक सीमाओं को पार करने की कहानी नहीं, बल्कि एक भावनात्मक सफर है जो फिल्म खत्म होने के बाद भी आपको सोचने पर मजबूर कर देगा।