क्लारा और उसके दो बेटे अपने हिंसक पति से भागकर न्यूयॉर्क में एक नई शुरुआत की उम्मीद लेकर आते हैं, लेकिन उनके पास ज्यादा कुछ नहीं होता सिवाय एक कार के, जिसे बाद में टो कर लिया जाता है। उतनी ही बेबसी के बीच उनकी मुलाकात एलिस से होती है, जो उन्हें एक आपातकालीन आश्रय और भरोसे की एक चिराग जैसी मदद देती है। इस साधारण से मिलन से उनका सफर मुश्किलों, भय और असमंजस से गुजरते हुए बदलना शुरू होता है।
फिल्म कई अजनबियों की कहानियों को करीब लाकर दिखाती है कि कैसे छोटे-छोटे दयालु काम इंसान के टूटे हुए हिस्सों को जोड़ सकते हैं और उम्मीद जगा सकते हैं। यह दर्द, गरीबी और अकेलेपन के बीच सहानुभूति, धैर्य और मानवीय संबंधों की शक्ति पर केंद्रित एक संवेदनशील और मार्मिक चित्रण है, जो शहर की कठोरता के बावजूद इंसानियत की गरिमा को उभारता है।