र्यो मोरिनाका एक विश्वविद्यालय का छात्र है जो बार में पार्ट-टाइम काम करता है और अपनी नीरस दिनचर्या से ऊब चुका है। एक दिन उसका दोस्त शिन्या ताजिमा उसे एक होस्ट बार के मालिक से मिलवाता और र्यो धीरे-धीरे उस दुनिया की ओर खिंचता चला जाता है, जहाँ रिश्ते और काम दोनों ही लेन-देन की तरह होते हैं। वहाँ वह पैसों के बदले आत्मीयता और कामुकता बेचने का अनुभव करता है, जो उसकी पहचान और इच्छाओं को चुनौती देता है।
फिल्म अकेलेपन, वासना और सामाजिक मुखौटों की पड़ताल करती है और दिखाती है कि कैसे किसी का जीवन अचानक ही अलग दिशा ले सकता है जब वह अपनी असलियत की खोज में बाहर निकलता है। प्रदर्शन सघन और कभी-कभी असहज होते हैं, जिससे कहानी का यथार्थवादी और सोचने पर मजबूर करने वाला रंग उभरकर आता है।