छोटे उम्र में एक दर्दनाक हत्या देखकर जीवन भर रात के भयानक दुःस्वप्नों से जूझने वाला निक एक पुरानी खिलौने की दुकान का वारिस बनता है। दुकान के तहखाने में उसे एक प्राचीन संदूक मिलता है जिसमें एक शैतानी और श्रापित एल्फ़ गुड़िया सिल कर रखी होती है; उससे जुड़े भूतिया घटनाएं और उसके अतीत के डर एक साथ उभर आते हैं।
धीरे-धीरे गुड़िया की मौजूदगी मक़ान और लोगों के चारों ओर भय के चक्र को तेज कर देती है, जिससे निक की मानसिक सीमाएँ टूटने लगती हैं और उसकी असलियत तथा कल्पना के बीच की रेखा धुंधली हो जाती है। कहानी एक ऐसे संघर्ष की तरफ बढ़ती है जहाँ उसे अपने छिपे हुए अपराधबोध और उभरती हुई अतिप्राकृतिक शक्ति का सामना कर अपने भीतर के डर को हराना होगा।