
택시운전사
1980 के दशक में सियोल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में एक टैक्सी ड्राइवर मान-सोब अपनी रोज़ी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है। एक दिन, एक रहस्यमय विदेशी यात्री उसे एक ऐसी यात्रा का प्रस्ताव देता है जो उसकी सभी उम्मीदों से कहीं ज़्यादा पैसा दिला सकती है। लेकिन उसे यह नहीं पता कि यह यात्री, जो एक जर्मन पत्रकार है, उसे ग्वांगजू शहर की एक ऐसी खतरनाक और दिल दहला देने वाली यात्रा पर ले जाएगा जो उसकी ज़िंदगी बदल देगी।
इस अजीबो-गरीब जोड़ी के साथ यात्रा शुरू होती है, और वे खतरे, अराजकता और एक अप्रत्याशित दोस्ती की दुनिया में फंस जाते हैं। मान-सोब को राजनीतिक उथल-पुथल और निजी बलिदान के बीच अपना रास्ता ढूंढ़ना पड़ता है, जहाँ वह सहानुभूति और साहस की असली ताकत को समझता है। यह कहानी एक ऐसी यात्रा है जो उनकी ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल देती है, और दर्शकों को अंतिम फ्रेम तक बांधे रखती है।