एक युवा महिला मेन के घने जंगलों में एक घातक बर्फ़ीले तूफ़ान में फंस जाती है, जहाँ कड़ाके की ठंड और सुनसान रास्ते उसे सांस लेने तक भारी कर देते हैं। तापमान चरम पर है और झाड़ियों में, पेड़ों की छाँव में छिपे जंगल के शिकारी उसकी हर हलचल पर नजर रखते हैं, जिससे हर कदम जीवन और मौत के बीच फिजूल सा लगता है। अकेलेपन और दर्द के बीच वह अपनी सीमाओं को परखते हुए बचने की जद्दोजहद करती है।
उसका पिता दूर से ही उसकी खबर सुनकर उसको ढूँढने निकल पड़ता है, बर्फ़ और तूफ़ान से जूझते हुए हर निशान को पीछे से लगाकर। खोजते समय उसे न केवल प्रकृति की बेरहमिता का सामना करना पड़ता है, बल्कि उस अँधेरे में एक प्राचीन दानव का सन्नाटा भी महसूस होता है जो उनका इंतज़ार कर रहा है। यह कहानी इंसान की हिम्मत, पिता के प्रेम और अज्ञात भय के सामने टिके रहने की एक कसी हुई परीक्षा बन जाती है।