पुराने मुक्केबाज़ की जिंदगी तब से दरक गई है जब एक मुकाबले में उसकी गलती से विरोधी की मौत हो गई थी। सालों बाद उसे वही विरोधी का लापता बेटा ढूंढ़ने का काम सौंपा जाता है — तलाश जो उसे फ्रांस के बंदरगाह शहर मार्सेय में ले जाती है। अपराध की दमनकारी दुनिया, गुमनामी और अपराधी गिरोहों की क्रूरता के बीच वह अपने अतीत के काले घावों से जूझता है और अपने अपराध की कीमत चुकाने की कोशिश करता है।
मार्सेय की संकरी गलीयों में नशे, व्यापार और हिंसा का जाल बँधा है, और नायक को अपने पुराने मुक्केबाज़ कौशल के साथ ही अपने अंदर के डर और पछतावे से भी लड़ना पड़ता है। फिल्म कड़े फाइट सीन, तीव्र तनाव और मनोवैज्ञानिक संघर्ष से भरपूर है, जहाँ व्यक्तिगत मुक्ति और न्याय की तलाश एक ही सिक्के के दो पहलू बन जाते हैं। K.O. एक प्रभावशाली, कच्ची और भावनात्मक कथा है जो बदले और मोचन के बीच झूलती है।