दूल्हा-दुल्हन दोनों भूत-शिकारी जेन और ब्रायन अपने करियर की सबसे अनोखी जगह पर शादी करने आते हैं — एक पुराना, भूतिया इन जहाँ अतीत की आवाज़ें और रहस्य हवा में तैरते हैं। सजावट और मेहमानों के बीच रोमांस और उत्साह है, लेकिन समारोह तभी उलट-पुलट हो जाता है जब एंजेलिक नाम की एक भूतनी प्रकट होती है और ब्रायन को अपने खोए हुए मंगेतर समझ बैठती है। उसकी उपस्थिति सिर्फ डर नहीं लाती, बल्कि पुराने दर्द और अधूरी कथाओं को भी साथ लेकर आती है।
जेन और ब्रायन को न सिर्फ़ अपनी शादी बचानी होती है, बल्कि उस भूत की भावनात्मक गहराइयों को भी समझना पड़ता है जो उनसे जुड़ी गलतफहमी की वजह से उभरती है। पर्दे के पीछे छिपे राज़, हास्य और रोमांच के पल मिलकर एक ऐसा संघर्ष बनाते हैं जहां प्यार, ईर्ष्या और परित्याग के भाव टकराते हैं। अंततः यह कहानी दिखाती है कि कैसे अतीत की छाया में भी सच्चाई और समर्पण रास्ता ढूँढ़ लेते हैं।