एक ऐसी दुनिया में जहां ईमानदारी एक दुर्लभ चीज बन चुकी है, यह फिल्म हमें राजनीति की कटु दुनिया में एक रोमांचक सफर पर ले जाती है। जुआन, एक पूर्व-भ्रष्ट राजनेता, जिसे अपनी ही दादी के श्राप की वजह से सच बोलने की मजबूरी में फंस जाना पड़ता है। राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आते ही, जुआन को झूठ के सहारे के बिना ही राजनीति की खतरनाक गलियों से गुजरना होगा।
दबाव बढ़ने के साथ ही स्थितियां और जटिल होती जाती हैं, और दर्शकों को अप्रत्याशित मोड़ों और उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ता है। क्या जुआन अपनी नई पाई ईमानदारी के दम पर चुनाव जीत पाएगा? इस रास्ते में उसे किन कुर्बानियों को देना पड़ेगा? यह एक दिलचस्प कहानी है जो आपको ईमानदारी की असली कीमत पर सोचने पर मजबूर कर देगी, खासकर तब जब चारों ओर धोखे का बोलबाला हो।