किसी तरह कुछ बुरा हुआ एग्नेस के साथ। लेकिन उसके चारों ओर सबकी ज़िंदगी चलती रहती है — कम से कम उन लोगों के लिए जिन्हें उसकी जगह नहीं चाहिए। सॉरी, बेबी एक धीमी, बेचैन फिल्म है जो एग्नेस की गैरमौजूदगी के बाद के दिनों के टुकड़ों को जोड़ती है: परिवार, दोस्त, पड़ोसी और अजनबी अपनी दिनचर्या में लौट आते हैं, जबकि उसकी याद और उसके किए मिटते चले जाते हैं।
फिल्म रोज़मर्रा के छोटे-छोटे क्षणों में छिपे अनकहे अपराधबोध, उदासीनता और मूक सहमति को उजागर करती है। निर्देशक की नज़र ठंडी पर संवेदनशील है — वह दिखाता है कि कैसे समाज और रिश्ते दर्द को सामान्य कर देते हैं, और कैसे एक गुम हुई ज़िंदगी का असर चीज़ों, जगहों और बातचीत में धीरे-धीरे बसता रहता है। आखिरकार यह फिल्म सवाल उठाती है: क्या खेद और यादें किसी के लिए मायने रखती हैं जब दुनिया बिना रुके आगे बढ़ रही हो?