एताना अपने ब्राज़ीलियन पार्टनर और बेटे के साथ घर लौटती है, लेकिन उसका स्वागत ठंडे और अजीबोगरीब व्यवहार से होता है। उसके माता-पिता उसे एक अजनबी की तरह देखते हैं, जैसे वह कभी उनकी बेटी थी ही नहीं। लेकिन असली झटका तब लगता है जब एताना को पता चलता है कि उसकी हूबहू नकल, उसके कपड़े पहनकर, उसके बिस्तर पर सोकर और उसके परिवार का प्यार पाकर, उसकी जगह ले चुकी है। यह रहस्यमय स्थिति एताना को एक अंधेरे और भ्रमित कर देने वाले सफर पर ले जाती है।
जैसे-जैसे एताना इस डरावने रहस्य की गहराई में उतरती है, ईर्ष्या, शक और चौंका देने वाले खुलासे उसके सामने आने लगते हैं। यह कहानी पहचान और धोखे के इर्द-गिर्द घूमती है, जहाँ हर मोड़ पर आपको लगेगा कि आप सब कुछ समझ चुके हैं, लेकिन तभी एक और गहरा और डरावना सच सामने आ जाता है। यह फिल्म आपको किनारे पर बैठाकर हर उस चीज़ पर सवाल उठाने पर मजबूर कर देगी जो आपने अपने परिवार और अपनों के बारे में कभी सोचा था।