एथेंस के एक क्वीयर समुद्र तट पर पूरे दिन तैरते हुए डेमोस्थेनिस और निकितास बीते एक गर्मियों की घटनाओं को याद करते हैं, जिन्हें वे निकितास की फीचर डेब्यू के लिए पटकथा में बदलने की सोच रहे हैं। लहरों की रौनक, धूप की चमक और दोस्तों के बीच की नाजुक बातचीत स्मृति और वक्त के परतों को खोलती है, जहाँ हर पल एक फिल्मी सीन की तरह सामने आता है।
यह फिल्म दोस्ती, चाहत और पहचान की सूक्ष्मताओं को कोमलता से दिखाती है; पुरानी गलतफहमियाँ, छोटी-छोटी खुशियाँ और छुपे हुए एहसास धीरे-धीरे कहानी में बनते हैं। अंततः यह बताती है कि कैसे यादों को शब्दों और तस्वीरों में ढालकर कला में बदला जा सकता है, और उसी प्रक्रिया में उसके रिश्तों को नई समझ और उम्मीदें मिलती हैं।