एक जीवंत शहर की भीड़भाड़ वाली गलियों में, एक ऐसा पारिवारिक व्यवसाय छुपा है जिसकी मिसाल नहीं मिलती। यह कहानी महत्वाकांक्षा, वफादारी और धोखे की गहराइयों में डूबी हुई है, जो एक ऐतिहासिक पारिवारिक साम्राज्य की दीवारों के भीतर बुनी गई है। जब पीढ़ियों के बीच टकराव होता है और राज़ उजागर होने लगते हैं, तो परिवार की असली परिभाषा ही परखी जाती है।
समय के साथ बहते हुए, इस यात्रा में हम फोनीशियन साम्राज्य के उत्थान और पतन के गवाह बनते हैं। परिवार का हर सदस्य इस पहेली का एक टुकड़ा संभाले हुए है, लेकिन सवाल यही रहता है कि क्या यह पारिवारिक व्यवसाय फलता-फूलता रहेगा या अपनी ही विरासत के बोझ तले दबकर खत्म हो जाएगा? रिश्तों और सत्ता के जटिल जाल में बंधी इस मनोरंजक गाथा के साथ, सच्चाई को उजागर करने के लिए तैयार हो जाइए।