एक सुनसान ग्रीष्मकालीन शिविर में शर्मीला और अंतर्मुखी 12 साल का मॉर्गन अपने ही डर का शिकार हो जाता है जब कभी की आपबीती के रूप में सुनाई गई कैंपफायर कहानी हकीकत बनकर सामने आती है। रात के अँधेरे में एक रहस्यमयी आकृति वहां उतरती है और सामान्य से लगने वाला शिविर अचानक एक जागती हुई डरावनी दास्ताँ बन जाता है, जहाँ हर साया खतरे का इशारा करता है।
मॉर्गन और उसके नए बने दोस्त एक खतरनाक रास्ते पर निकलते हैं, जहाँ उन्हें न केवल भौतिक जोखिमों का सामना करना पड़ता है बल्कि अपनी ही कमजोरियों और पुरानी कहानियों के पीछे दबी सच्चाईयों का सामना भी करना पड़ता है। दोस्ती, बहादुरी और विश्वास की परीक्षा के बीच यह यात्रा धीरे-धीरे वह परतें खोलती है जो शिविर की सतह के नीचे दबी हुई थीं, और दर्शक एक ऐसे रहस्य के करीब पहुँचते हैं जो केवल बचने भर का नहीं, बल्कि सच्चाई को उजागर करने का साहस मांगता है।