एक रात की पार्टी हॉटलाइन से फोन करके "दुनिया से बाहर" मज़ा माँगने पर, तंगशुदा युप्पी कॉनर स्वीनी की ज़िंदगी उल्टी हुई जा रही है — उसकी फोन लाइनों से छोटे-छोटे बुरे जीव निकलते हैं जो अराजकता फैलाते हैं, और उनका नेतृत्व एक उन्मत्त, खतरनाक हस्ती कर रहा है। सरल शुरुआत धीरे-धीरे भय और हास्य में बदल जाती है क्योंकि कॉनर को अपने आरामदेह, नियंत्रण में रहने वाले जीवन को छोड़कर इन पिंट-साइज़ ताकतों से जूझना पड़ता है। फिल्म में तेज़ रफ़्तार, चौंकाने वाले दृश्य और एक तरह की कैंपी हिंसा है जो दर्शक को हँसा-हँसा कर घबरा देती है।
कहानी सिर्फ स्क्रीम-भय नहीं बल्कि आधुनिक अकेलेपन और टेक-आधारित फ़ुरसत के खोखले आकर्षण पर भी चोट करती है; कॉनर का किरदार धीरे-धीरे बचकानेपन और साहस के बीच झूलते हुए एक अनपेक्षित नायक बन जाता है। दृश्य प्रभावों और प्रायोगिक प्रॉप्स के सहारे फिल्म ने कम बजट में ज़बरदस्त कल्पनाशीलता दिखाई है, जिससे यह छोटे-छोटे भय-हास्य प्रेमियों के लिए एक ताज़ा और बौना पूर्वानुमान बन जाती है।