फिल्म Terrestrial Verses (2023) नौ छोटों किस्सों के ज़रिए आधुनिक ईरान की रोज़मर्रा की बेतुक़ी को व्यंग्यात्मक अंदाज़ में उजागर करती है। हर कहानी स्थिर कैमरा एंगल से शूट की गई है जहाँ एक अर्जीकर्ता सगा-सा सामने बैठा रहता है और अधिकार की अव्यक्त उपस्थिति फ्रेम के बाहर से डबलस्पीक की भाषा में फैसले सुनाती है। इस निरंतरिक दृश्य-रचना से सत्ता की मामूली-सी बातचीत भी अजीब और खतरनाक बनकर सामने आती है।
जन्म से मृत्यु तक के खुरदुरे समयरेखा में नामकरण, स्कूल की डिग्री, ड्राइविंग लाइसेंस, नौकरी की दरख्वास्त या फ़िल्म स्क्रिप्ट की मंज़ूरी जैसे मामूली-सी घटनाएँ भी नौटंकी और अनिश्चय का रूप ले लेती हैं। कड़क हास्य और सूक्ष्म निरीक्षण के मेल से यह फिल्म बताती है कि कैसे तानाशाही के रोज़मर्रा के नियमों में लोग जीते और समझौता करते हैं—हँसते-हँसते सहते हुए।