एक अमेरिकी समकालीन खज़ाने की तलाश में भूटान की शांत पहाड़ियों में पहुँचता है, एक कीमती प्राचीन राइफल की खोज उसे उस देश के सुहावने परिदृश्यों और अजनबी जीवनों से जोड़ देती है। वहीं एक युवा भिक्षु अपने गुरु के आदेश पर घूमता हुआ उन छोटे-छोटे गाँवों और ऊँचे रास्तों से गुज़रता है, उसकी साधारणता और तप उसकी दुनिया को एक अलग तरह की गंभीरता देती है। दोनों की यात्राएँ एक-दूसरे से टकराती हैं और सौम्य परिदृश्य के बीच अप्रत्याशित मोड़ आते हैं।
फिल्म इंसानों की कमजोरियों और सही करने की जिम्मेदारी की पारस्परिक कहानी बुनती है, जहाँ एक ओर शिकार की चाह और मूल्यवान वस्तु का लोभ है, तो दूसरी ओर आन्तरिक शान्ति और धर्म का आग्रह। उनके मिलने से न केवल व्यक्तिगत समझदारी और दोस्ती जन्म लेती है, बल्कि यह भी दिखता है कि किस तरह एक छोटा-सा निर्णय कई जीवनों को बदल सकता है। यह यात्रा हँसी और भावुकता के साथ-साथ संस्कृति, नैतिकता और परिवर्तन की धीमी परतें खोलती है।