एक नए सार्वजनिक रिपोर्टिंग सिस्टम की शुरूआत ने अस्पताल की ज़िन्दगी में भूचाल ला दिया है — एक प्रतिभाशाली सर्जन पर लगने वाले आरोपों और सहकर्मियों की दूरी ने उसकी पेशेवर और व्यक्तिगत दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। जब काम करने वाले लोग एक-दूसरे के खिलाफ खड़े होने लगते हैं और साथ ही अस्पताल में उसकी लंबे समय से साथ काम करने वाली नर्स भी अलग होने लगती है, तो छोटे-छोटे निर्णयों के परिणाम भी बहुत बड़े दिखते हैं।
फिल्म पारदर्शिता, नैतिक ज़िम्मेदारी और मानवीय भूलों के बीच की जटिलताओं को तीखे भावनात्मक और नैरेटिव तनाव के साथ पेश करती है। यह दिखाती है कि कैसे एक फैसले की गूँज सिर्फ कैरियर या कानून तक सीमित नहीं रहती, बल्कि रिश्तों, भरोसे और आत्मसम्मान को भी प्रभावित कर देती है, और दर्शक से यह सवाल पूछती है कि सच्चाई और न्याय के बीच सही संतुलन कैसे बनाया जाए।