यह फिल्म फोल्क-रॉक आइकन जुडी सिल की अब तक न बताई गई कहानी बयां करती है, जो मात्र दो वर्षों में एक कार में रहने से लेकर रॉलिंग स्टोन के कवर पर दिखाई देने तक का विस्मयकारी सफर तय कर गईं। विस्तृत आर्काइव फुटेज, दुर्लभ रिकॉर्डिंग और नई साक्षात्कारों के ज़रिये फिल्म उनके संगीत-प्रतिभा, आध्यात्मिक खोज और रचनात्मक दृष्टि की कई परतों को उजागर करती है।
यह परियोजना उनके परेशान किशोरावस्था, निजी संघर्षों और म्यूज़िक इंडस्ट्री की कसौटी से जूझते हुए रचनात्मक उत्थान को निष्पक्ष और संवेदनशील तरीके से दिखाती है, साथ ही उनकी कलात्मक विरासत और समकालीन कलाकारों पर पड़े प्रभाव को भी रेखांकित करती है। भावुक, कभी-कभी कड़वा और हमेशा सहज, यह फिल्म जुडी सिल की जटिल आत्मा और उनके अनोखे गीत-लेखन का एक दस्तावेजी स्मरण प्रस्तुत करती है।