यह फिल्म 19 वर्षीय इरेना गुट की कहानी है, जो पोलैंड में एक प्रतिष्ठित नाज़ी अधिकारी के घर में नयी हाउसकीपर बनकर आती है। जब उसे पता चलता है कि यहूदी गेट्टो को खाली कर दिया जाएगा, तो वह बारह यहूदी मजदूरों को बचाने का साहसिक फैसला करती है और उन्हें सबसे सुरक्षित समझे गए जर्मन मेजर के घर की तहखाने में छिपा लेती है।
आने वाले आठ महीनों में इरेना अपनी चतुराई, जीवटता, हास्यबोध और अहर्निश साहस से अपने मित्रों को छिपाकर रखने की हर कोशिश करती है — जोखिम भरे छोटे-छोटे निर्णय, लगातार तनाव और मानवीयता के लिए किए गए बलिदान। यह फिल्म भय, प्रेम और त्याग की गहरी अंतर्दृष्टि देती है और दिखाती है कि एक साधारण इंसान भी असाधारण बहादुरी दिखाकर दूसरों की ज़िन्दगी बचा सकता है।